शेर.. शायरी.. गीत..

मेरा संग्रह.. कुछ नया-कुछ पुराना..

पेहली नज़र में..

night-moon.jpg 

पेहली नज़र में.. कैसा जादू कर दिया..
तेरा बन बैठा है, मेरा जिया..
जाने क्या होगा..
क्या होगा.. क्या पता..
इस पल को मिलके.. आ जी ले ज़रा..
मैं हूं यहां.. तू है यहां..
मेरी बाहों मैं आ.. आ भी जा..  


ओ जानेजां.. दोनो जहां.. मेरी बाहों मैं आ.. भूलजा..


हर दुआ मे शामिल तेरा प्यार है..
बिन तेरे लम्हा भी दुशवार है..
धड्कनों को तुझसे ही दरकार है..
तुझसे हैं राहतें.. तुझसे है चाहतें..


तू जो मिली एक दिन मुझे.. मैं कहीं हो गया लापता..


ओ जानेजां.. दोनो जहां.. मेरी बाहों मैं आ.. भूलजा..


कर दिया दीवाना दर्द-ए-कश ने..
चैन छीना इश्क के एह्सास ने..
बेख्याली दी है तेरी प्यास ने..
छाया सुरूर है.. कुछ तो ज़रूर है..


ये दूरियां जीने ना दें.. हाल मेरा तुझे ना पता..


ओ जानेजां.. दोनो जहां.. मेरी बाहों मैं आ.. भूलजा..


Singer: Atif Aslam.


इसे “सुनें” / “देखें

फ़रवरी 16, 2008 - Posted by | गीत, हिन्दी

10 टिप्पणियां »

  1. आतिफ ने गाया है-लिखा किसने हैं, पता चले तो बताना.

    टिप्पणी द्वारा समीर लाल | फ़रवरी 17, 2008 | प्रतिक्रिया

  2. bahut sundar geet hai

    टिप्पणी द्वारा mehhekk | फ़रवरी 17, 2008 | प्रतिक्रिया

  3. Awesome song…..[:)]

    टिप्पणी द्वारा sanchita | फ़रवरी 17, 2008 | प्रतिक्रिया

  4. aatif ki awaz har gaane ko acha bana deti hai
    कर दिया दीवाना दर्द-ए-खास ने..
    plz ye word correct karle DARD-e-KHAAS hain yaanha

    waise swagat hai aapka
    acha hai kuch acche sher gaane geet ghazal padne ko milegi yanha 🙂
    acha likhiyega………. kabhi khabhar apna likha bhi sunaa de……… ham pakne ko bhi ready rehte hai 😀

    saadar
    hemjyotsana
    http://hemjyotsana.com

    टिप्पणी द्वारा hemjyotsana "Deep" | फ़रवरी 17, 2008 | प्रतिक्रिया

  5. sameer jee gaaya Atif ne hai
    aur likha aapne hai 🙂
    mera matlab aapke ham-naam SAMEER jee ka likha hai
    music Pritam jee ka hai
    Movie Race

    टिप्पणी द्वारा hemjyotsana "Deep" | फ़रवरी 17, 2008 | प्रतिक्रिया

  6. देखता हूँ दुश्मनों का एक लश्कर हर तरफ
    किस जगह मुझको यह मेरी हम-सफर ले आये हैं

    टिप्पणी द्वारा Desh Raj Sirswal | जुलाई 23, 2008 | प्रतिक्रिया

  7. AAP KA YE LEKH MUJHE BAUHAT ACHCHA LAGA.DUA RAB SE AAP YU HE GATE LIKHTE RAHE.

    टिप्पणी द्वारा MOHD ARIF | नवम्बर 29, 2010 | प्रतिक्रिया

  8. bahut bahut accha hai………..
    ek ek word dil ko chutta hai…………. realy its to good…………..

    टिप्पणी द्वारा kavita | दिसम्बर 2, 2010 | प्रतिक्रिया

  9. oye yaar or bhi geet likho na yaar bahut achha lagta hai.

    टिप्पणी द्वारा CHANDAN KUMAR GUPTA | जनवरी 19, 2011 | प्रतिक्रिया

  10. […] पेहली नज़र में..   […]

    पिंगबैक द्वारा Yaadein.. Tumse Khafa hai Hum | Muskan | जून 12, 2012 | प्रतिक्रिया


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