पेहली नज़र में..
पेहली नज़र में.. कैसा जादू कर दिया..
तेरा बन बैठा है, मेरा जिया..
जाने क्या होगा..
क्या होगा.. क्या पता..
इस पल को मिलके.. आ जी ले ज़रा..
मैं हूं यहां.. तू है यहां..
मेरी बाहों मैं आ.. आ भी जा..
ओ जानेजां.. दोनो जहां.. मेरी बाहों मैं आ.. भूलजा..
हर दुआ मे शामिल तेरा प्यार है..
बिन तेरे लम्हा भी दुशवार है..
धड्कनों को तुझसे ही दरकार है..
तुझसे हैं राहतें.. तुझसे है चाहतें..
तू जो मिली एक दिन मुझे.. मैं कहीं हो गया लापता..
ओ जानेजां.. दोनो जहां.. मेरी बाहों मैं आ.. भूलजा..
कर दिया दीवाना दर्द-ए-कश ने..
चैन छीना इश्क के एह्सास ने..
बेख्याली दी है तेरी प्यास ने..
छाया सुरूर है.. कुछ तो ज़रूर है..
ये दूरियां जीने ना दें.. हाल मेरा तुझे ना पता..
ओ जानेजां.. दोनो जहां.. मेरी बाहों मैं आ.. भूलजा..
—
Singer: Atif Aslam.
आतिफ ने गाया है-लिखा किसने हैं, पता चले तो बताना.
टिप्पणी द्वारा समीर लाल | फ़रवरी 17, 2008 |
bahut sundar geet hai
टिप्पणी द्वारा mehhekk | फ़रवरी 17, 2008 |
Awesome song…..[:)]
टिप्पणी द्वारा sanchita | फ़रवरी 17, 2008 |
aatif ki awaz har gaane ko acha bana deti hai
कर दिया दीवाना दर्द-ए-खास ने..
plz ye word correct karle DARD-e-KHAAS hain yaanha
waise swagat hai aapka
acha hai kuch acche sher gaane geet ghazal padne ko milegi yanha 🙂
acha likhiyega………. kabhi khabhar apna likha bhi sunaa de……… ham pakne ko bhi ready rehte hai 😀
saadar
hemjyotsana
http://hemjyotsana.com
टिप्पणी द्वारा hemjyotsana "Deep" | फ़रवरी 17, 2008 |
sameer jee gaaya Atif ne hai
aur likha aapne hai 🙂
mera matlab aapke ham-naam SAMEER jee ka likha hai
music Pritam jee ka hai
Movie Race
टिप्पणी द्वारा hemjyotsana "Deep" | फ़रवरी 17, 2008 |
देखता हूँ दुश्मनों का एक लश्कर हर तरफ
किस जगह मुझको यह मेरी हम-सफर ले आये हैं
टिप्पणी द्वारा Desh Raj Sirswal | जुलाई 23, 2008 |
AAP KA YE LEKH MUJHE BAUHAT ACHCHA LAGA.DUA RAB SE AAP YU HE GATE LIKHTE RAHE.
टिप्पणी द्वारा MOHD ARIF | नवम्बर 29, 2010 |
bahut bahut accha hai………..
ek ek word dil ko chutta hai…………. realy its to good…………..
टिप्पणी द्वारा kavita | दिसम्बर 2, 2010 |
oye yaar or bhi geet likho na yaar bahut achha lagta hai.
टिप्पणी द्वारा CHANDAN KUMAR GUPTA | जनवरी 19, 2011 |
[…] पेहली नज़र में.. […]
पिंगबैक द्वारा Yaadein.. Tumse Khafa hai Hum | Muskan | जून 12, 2012 |